Account type in Business & Golden rule?

 What is account & it's types or Golden rule?


-: खाता किसी भी तरह के लेन देनो का हिसाब रखने के लिए एक रिकॉर्ड तैयार करना है। जिसके लिए हम कोई किताब या डे बुक का इस्तेमाल करते हैं को ही हम अकाउंट कहते हैं।




यह रिकॉर्ड कई तरह के हो सकते हैं जैसे किसी व्यक्ति से संबंधित लेनदेन या किसी कंपनी से संबंधित या फिर किसी फार्म या किसी इंडस्ट्री, बिल्डिंग, मशीनरी प्लांट आदि इनकम एंड एक्सपेंडिचर अकाउंट । 


जिनको हम अच्छी तरह से इस प्रकार समझ सकते हैं।

अगर हम कंपनी के आधार पर या किसी बिजनेस के आधार पर इन खातों का रिकॉर्ड करें तो इनको प्राया तीन भागों में बांटा जा सकता है जोकि हैं -:


1- Real account
2- Personal account
3- Nominal account




अब हम इन तीनों अकाउंट को बड़ी बारीकी से एक्सप्लेन करेंगे जिससे कि हमें इन को समझने में ज्यादा आसानी होगी तो चलो शुरू करते हैं सबसे पहले हमारा रियल अकाउंट आएगा जो की है -: 





1 -: Real account -:

इस अकाउंट के अंतर्गत हमारे कंपनी के सभी तरह के लेनदेन जो कि Assets से संबंधित हैं को रिकॉर्ड किया जाता है। जोकि बिजनेस को चलाने के लिए लंबे समय के लिए बिजनेस में रखे जातें हैं। और इन को खरीदने में भी अधिक पैसा खर्च होता है।





For example -: 
किसी कंपनी की बिल्डिंग, उसकी प्लांट एंड मशीनरी और कंपनी की गुडविल अकाउंट को और अधिक बारीकी से समझने के लिए हम ऐसा भी कह सकते की जैसे कि नाम से ही पता चल रहा है। Real का मतलब वास्तविक अतः रियल अकाउंट वे अकाउंट होता है जिसके अंतर्गत सभी वस्तुएं वास्तविक होती हैं जिन वस्तुओं को हम देख सकते हैं छू सकते हैं और जिन का भार होता है ऐसे सभी प्रकार की वस्तुएं रियल अकाउंट के अंतर्गत आती हैं।


Real Account Golden rule -:
  • Debit = The Recieve
  • Credit = The Giver




रियल अकाउंट के गोल्डन रोल में हम डेविड साइड प्राप्त करने वाले व्यक्ति का नाम लिखेंगे और क्रेडिट साइड में देने वाले व्यक्ति का नाम आएगा जो कि ऊपर फार्मूले में दिखाया गया है।







2 -: Personal account -:

पर्सनल खाता वह खाता होता है जिसमें किसी व्यक्ति या किसी फर्म कंपनियां बिजनेसमैन का अपना खुद का निजी खाता होता है खुद के नाम पर ही हर प्रकार की प्रोसेसिंग को करता है।

पर्सनल खाते के लिए गोल्डन रूल डेबिट side whats कम इन और क्रेडिट बर्ड्स गोस आउट का रूल अपनाया जाता है। जिससे हमें यह पता चलता है कि डेबिट साइड में हमारे बिजनेस में क्या आ रहा है और क्रेडिट साइड में हमारे बिजनेस से क्या जा रहा है।



Personal account Golden rule -:

  • Debit -: What's come in ?
  • Credit -: What's goes out ?




3 -: Nominal account -:

अब लास्ट में हमारा नॉमिनल अकाउंट आएगा जिसको हम नाम मात्र का खाता भी कह सकते हैं इसके अंतर्गत हमारे बिजनेस की बो सभी ट्रांजैक्शन आएगी। जिसके अंतर्गत हमारे कंपनी के सभी एक्सपेंसेस और लॉसेस इसके साथ साथ हमारी company की इनकम और Gain आएंगे इसके साथ-साथ हमारे कंपनी के सभी खर्चे, नुकसान और इनकम तथा लाभ आएंगे।



Golden rule for Nominal account -:

  • Debit -: All Expenses and Losses
  • Credit -: All Income and Gains (profit)

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

What is Ms-Word ?

Trading Account ?

Automatic Employees Sheet ?